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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य को ग्रहों का अधिपति कहा जाता है । सूर्य सारे संसार की आत्मा है । प्रकृति के नियम के अनुसार सूर्य प्रत्येक मास में एक राशि बदलता है । 14 मार्च को सूर्य देव मीन राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करते ही खरमास प्रारंभ हो जाएगा जिसमें कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है । मीन राशि में पहले ही राहु विराजमान है जिस कारण ग्रहण योग बनता है जो चराचर जीवन के ऊपर अपना प्रभाव डालता है । ग्रहण योग के कारण कुछ राशियों को अच्छा फल प्राप्त होगा लेकिन कुछ राशियों के लिए यह योग कष्टकारी सिद्ध होगा । आज हम जानेंगे कि जिन राशियों को यह शारीरिक मानसिक एवं पारिवारिक कष्ट देने वाला है वह राशियां कौन-कौन सी हैं ।
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कर्क राशि:- 14 मार्च को कर्क राशि वालों की कुंडली में सूर्य नारायण भाग्य भाव में प्रवेश करेंगे गुरु की राशि में आने के कारण यह कुछ विनम्रता का व्यवहार अपनाएंगे और प्रभावहीन हो जाएंगे इनके साथ में राहु होने से ग्रहण योग प्रारंभ होगा जिस कारण भाग्य में कुछ अवनति के योग हैं। प्रत्येक कार्य में उलझने उत्पन्न होगी और भाग्य का साथ भी कम मिलेगा। पांचवी दृष्टि से राहु देव लग्न को देखते हैं जिसके कारण शरीर में मानसिक तनाव उत्पन्न होगा और मानसिक व्याधियों अधिक होंगी। ये सातवीं दृष्टि से तीसरे भाव देखेंगे जिसके कारण मित्रों से झगड़े हो सकते हैं । साहस की कमी होगी नया काम करने का मन भी नहीं करेगा । सफलता भी साथ नहीं देगी। नवमी दृष्टि से पंचम भाव को देखने के कारण संतान से झगड़ा होगा विद्या में भी विघ्न उत्पन्न होगा अगर कोई परीक्षा देना चाहते हैं तो 1 मास के लिए रुकना होगा तभी आपको उसमें सफलता मिल सकती है । कर्क राशि के लिए ग्रहण योग कष्ट को देने वाला है इसलिए सूर्य का जप एवं राहु का दान करें तो जीवन सुखमय हो सकता है ।
कन्या राशि:- कन्या राशि वालों के लिए 14 मार्च को सूर्य देव सप्तम भाव में प्रवेश करेंगे जहां पर पहले ही राहु विराजमान है तो ग्रहण योग बन जाएगा जिसके कारण कन्या राशि वालों का वैवाहिक जीवन उलझनों से भरने वाला है । मानसिक तनाव के कारण झगड़े हो सकते हैं। क्रोध पर अंकुश लगाए अन्यथा आपसी तालमेल में कमी आने से विवाद बढ़ सकते हैं । पांचवी दृष्टि लाभ भाव में होने से लाभ में कमी आएगी। कारोबार में उलझने आ सकती है। सातवीं दृष्टि से लग्न को देखने के कारण शारीरिक कष्ट प्राप्त होगा । मानसिक तनाव के कारण रोग से लड़ने की क्षमता कम हो जाएगी । मन को शांत रखें । नवमी दृष्टि से तृतीय भाव को देखने के कारण भाइयों से झगड़ा हो सकते हैं संपत्ति को लेकर विवाद होगा जिसका परिणाम आपके लिए हानिकारक हो सकता है । साहस की कमी के कारण आप पराजित हो सकते हैं । फिर भी आप अगर राहु देवता की प्रसन्नता के लिए काली वस्तु का दान करते हैं और गुरु मंत्र का जप करते हैं तो आपके लिए मंगलमय होगा।
वृश्चिक राशि:- वृश्चिक राशि वालों की कुंडली के पंचम भाव में 14 मार्च को सूर्य नारायण विराजमान होंगे यहां पर पहले ही राहु विराजमान है जिसके कारण ग्रहण जो उपस्थित होगा और वृश्चिक राशि वालों का अपनी संतान के साथ झगड़ा हो सकता है विद्या में विघ्न आएगा । अगर आप कहीं पर भी नौकरी के लिए जाना चाहते हैं तो समय अनुकूल नहीं है । क्योंकि राहु की पांचवी दृष्टि आपके भाग्य को नीचे की ओर लेकर जाएगी । फल स्वरुप नौकरी में बाधाएं आएंगी। और कारोबार में भी गिरावट का सामना करना पड़ेगा । सातवीं दृष्टि से लाभ भाव को देख रहें हैं जिसके कारण हानि के योग बनते हैं। अगर कोई नया कार्य करना चाहते हैं तो कुछ समय के लिए ना करें अथवा किसी अच्छे विशेषज्ञ से परामर्श लें। राहू नवमी दृष्टि से लग्न को देख रहा है जिसके कारण शरीर में विकार उत्पन्न होगा मानसिक तनाव बढ़ेगा गुस्सा अधिक आएगा और मन उच्चाट रहेगा । केतु के विराजमान होने से मानसिक तनाव अधिक होगा । इसलिए काली वस्तु का दान करें और सूर्य नारायण के मंत्र का जप करें तो जीवन सुख में व्यतीत होगा ।
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मीन राशि:- मीन राशि गुरु की कही गई है जिसमें राहु देव पहले ही विराजमान है और 14 मार्च को सूर्य देव प्रवेश करेंगे जिसके कारण ग्रहण योग होगा और मीन राशि वालों को शारीरिक एवं मानसिक कष्ट की प्राप्ति होगी । मीन राशि वाले को अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखना होगा अन्यथा किसी बड़ी बीमारी से पीड़ित होना पड़ सकता है । पांचवी दृष्टि पंचम भाव पर होने से विद्या एवं बुद्धि के विकास में कमी आएगी । संतान से भी झगड़ा हो सकते हैं। आपसी तालमेल की कमी के चलते झगड़ा बढ़ सकता हैं । सातवीं दृष्टि पति-पत्नी के संबंध को बिगाड़ सकती है । अपने स्वभाव में विनम्रता लाएं अन्यथा आपको नुकसान हो सकता है। राहू नवमी दृष्टि से भाग्य को खराब करेगा जिसके कारण कारोबार में विघ्न उत्पन्न होगा , किसी के साथ हिस्सेदारी में किया गया काम आपके लिए नुकसान दे होगा । नया कार्य करने से पहले 100 बार सोचें । राहु का जाप एवं दान करें तो कल्याण होगा।
सारांश:- 14 मार्च से ग्रहण योग बन रहा है जो अपने बुरे प्रभाव से कुछ राशियों को कष्ट देगा । मानसिक तनाव एवं कारोबार में कमी ग्रहण योग में पाई जाती है । अगर आप की कुंडली में यह योग है तो आप राहु का जाप एवं सूर्य का दान करके इसे शांत कर सकते हैं अन्यथा किसी योग्य ब्राह्मण का परामर्श ले या हमारे केंद्र से संपर्क करें।