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संसार में प्रत्येक व्यक्ति उन्नति चाहता है । वह मेहनत से अच्छी सफलता प्राप्त करता है और जिसको वह अपना भाग्य मानता है ।जिसमे उसका साथ कुंडली के ग्रहों की दशा एवं अंक ज्योतिष के आधार पर प्राप्त भाग्य अंक देता है ! लेकिन जब व्यक्ति का भाग्य साथ नहीं देता तब उसे अधिक मेहनत करने पर भी फल की प्राप्ति नहीं होती । इसीलिए प्रत्येक व्यक्ति के मन में एक जिज्ञासा होती है कि मेरा भाग्य कब उदय होगा और साथ में वह ये भी जानना चाहता है कि मेरा भाग्य अंक ( lucky Number ) क्या है । अंक ज्योतिष के अनुसार व्यक्ति का भाग्य अंक उसके भाग्य को उन्नति की और लेकर जाता है । जब व्यक्ति कोई कार्य करता है अगर उसे कार्य का संबंध उसके भाग्य के साथ हो तो वह कम मेहनत करने पर भी अधिक लाभ को प्राप्त कर लेता है । भाग्य अंक का स्वामी ग्रह उसके भाग्य उदय में सहायक होता है । अगर वह कोई कार्य अपनी भाग्य अंक तारीख पर करता है तो निश्चय है उसे कार्य में सफलता मिलती है । इसी कारण प्रत्येक व्यक्ति अपने भाग्य अंक को जानने की इच्छा करता है यह भाग्य अंक क्या है यह जानने के लिए आज हम इस पर विचार करेंगे ।
भाग्य अंक कैसे निकाले :-
जब व्यक्ति भाग्य अंक के बारे में सोचता है तो उसे ध्यान आता है कि उसके सारे कार्य किसी खास तारीख को ही सम्पन्न होते हैं। क्यों इन तिथियां में ऐसा क्या है कि ज्यादातर विशेष अंकों से उसे लाभ होता है। इसलिए वह अपना भाग्य अंक जानने की इच्छा करता है। व्यक्ति का जब जन्म होता है उस तारीख, मास एवं वर्ष की संख्याओं का जोड़ ही भाग्य अंक कहलाता है। जैसे किसी की जन्म तारीख 18-10-1984 है तो उसका भाग्यांक निकालने के लिए सभी अंकों का योग 1+8+1+0+1+9+8+4= 32 , 3+2=5 उस व्यक्ति का भाग्य अंक 5 होता है जिस का स्वामी बुध है। जो एक सौम्य ग्रह है इसलिए पांच अंक वाला व्यक्ति भी सौम्य, बुद्धिमान, मेहनती , उच्चाभिलाषी, संगीत में रुचि रखने वाला आदि गुणों से युक्त होता है।
( यदि आप अपने भाग्य अंक के स्वामी के स्वभाव और उनसे प्राप्त होने वाले लाभ जानना चाहते है तो दिए गये लिंक पर क्लिक करें ! Numerology : क्या है अंक ज्योतिष एवं अंकों का प्रभाव
भाग्य अंक का प्रभाव:-
जब हम कोई कार्य करते हैं तो अगर उसका प्रारंभ आप ने अपने भाग्य अंक पर किया है तो आप को उन्नति मिलने की सम्भावना अधिक रहेगी। क्योंकि भाग्य अंक का स्वामी आप की सहायता करेगा। आप का मन प्रसन्न रहेगा, काम में ध्यान भी एकाग्र होगा जिससे आने वाले ग्राहकों की सन्तुष्टि ज्यादा होगी क्योंकि एकाग्र भाव होने से आप सहजता से ग्राहकों से व्यवहार करेंगे और ग्राहक भी शान्ति से सामान खरीदने में रुचि दिखाएंगे। इसलिए भाग्य अंक आप के कारोबार को बढ़ाने में मददगार सिद्ध होगा।भाग्य अंक का प्रभाव हमारे जीवन पर अधिक देखने को मिलता है भाग्य अंक से ही हमारा स्वस्थ , शिक्षा,कारोबार एवं विवाह आदि कार्य संपन्न होते हैं । अगर भाग्य अंक का स्वामी बलवान होता है तो हमारा शरीर भी स्वस्थ रहता है । भाग्य के कारण ही व्यक्ति अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकता है । जब व्यक्ति के पास अच्छी शिक्षा होती है तो नौकरी अथवा कारोबार उत्तम स्थिति में आता है । अगर कारोबार उत्तम होता है तो वैवाहिक जीवन जीने में कोई परेशानी नहीं आती ।
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सारांश:-
हम कह सकते हैं कि व्यक्ति के प्रत्येक कार्य में उसका भाग्य अंक साथ देता है अगर भाग्य अंक पर कोई भी कार्य किया जाता है तो उसमें सफलता मिलती है भाग्य का साथ न होने पर व्यक्ति उलझन में घिर जाता है । इसीलिए व्यक्ति को अपने कार्य की सफलता के लिए अपने भाग्य का साथ अनिवार्य है तो अंक ज्योतिष में इसके लिए एक विशेष अंक निर्धारित किया गया है जिसे वह भाग्य अंक ( lucky Number ) से जानते हैं और व्यक्ति अपने भाग्य अंक के बल पर ही अपने कार्य में उन्नति पता है । इसलिए व्यक्ति को अपना कार्य प्रारंभ करने के लिए भाग्य अंक का ही सहारा लेना चाहिए । भाग्यांक जाने के लिए आप किसी योग्य ब्राह्मण से संपर्क कर सकते हैं अथवा हमारे कार्यालय से परामर्श का सकते हैं।