Blog
अंक ज्योतिष के अनुसार सारा ब्रह्मांड नौं अंको में विभाजित है । प्रत्येक अंक का अपना महत्व है इसीलिए प्रत्येक अंक के स्वामी अलग-अलग स्वीकार किए गए हैं क्योंकि मूलांक अंक और भाग्य अंक के स्वामी के अनुसार ही व्यक्ति का व्यक्तित्व निर्धारित होता है । इसीलिए प्रत्येक अंक का अपना महत्व है । अंक ज्योतिष के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति के गुण और दोष अलग-अलग होते हैं । आज हम तीन मूलांक पर विचार करेंगे के तीन अंक वाले व्यक्ति कैसे होते हैं । अंक ज्योतिष के अनुसार तीन अंक का स्वामी बृहस्पति को कहा गया है। वृहस्पति स्वतंत्र विचार, उच्च पद प्राप्त , साहसी एवं अच्छे वीर कहे गए हैं । जो कभी पराधीनता स्वीकार नहीं करते । यह अपना प्रभुत्व जमाना चाहते हैं । इनके मित्र अधिक होते हैं जो इनकी अच्छी सहायता करते हैं । अब हम विचार करेंगे की तीन मूलांक वालों की जीवन शैली, शिक्षा, स्वास्थ्य ,वैवाहिक जीवन, संतान, सुख एवं कारोबार कैसा होता है।
शिक्षा एवं स्वास्थ्य :- बृहस्पति से आश्रित होने के कारण तीन मूलांक वाले नर्म स्वभाव के, सुंदर मुख वाले, साहसी, तीक्ष्ण बुद्धि एवं धार्मिक प्रवृत्ति के होते हैं। इनकी पढ़ने में विशेष रूचि होती है इसलिए यह पुस्तकें अधिक पढ़ते हैं ।जिसके कारण यह उत्तम शिक्षा प्राप्त करते हैं । शिक्षा के आधार पर यह लोग ख्याति प्राप्त करते हैं । इनकी संगीत में रुचि होती है । यह अपना समय धार्मिक कार्यों में एवं संगीत से व्यतीत करते हैं । प्राय तीन मूलांक वालों अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखते हैं इसलिए शरीर स्वास्थ रहता है। इन में मनोबल अधिक होने के कारण शारीरिक एवं मानसिक ऊर्जा अधिक होती है। इसलिए रोग और शत्रु शांत रहते हैं ।यह खेल कूद में खूब हिस्सा लेते हैं । खान पान का ध्यान रखना एवं हल्का व्यायाम करना इनका स्वभाव होता है।यह प्रत्येक कार्य में अच्छी उन्नति अर्जित करते हैं । यह समाज के लिए आदर्श सिद्ध होते हैं । विनम्रता के कारण प्रत्येक व्यक्ति के मन में निवास करते हैं । दूसरों की सहायता करने के कारण इनके मित्र भी अधिक होंते हैं । स्वतंत्र विचार होने के कारण यह प्रत्येक स्थान पर अपना प्रभुत्व जमा लेते हैं । ज्यादा आत्मविश्वासी होने के कारण कई बार भारी नुकसान भी उठाते हैं । इनका जीवन धार्मिक कृत्यों में अधिक व्यतीत होता है । कई बार ज्यादा सोचते हैं जिस कारण इन्हें मानसिक रोग होने का भय रहता है । यह भगवान विष्णु की उपासना अधिक करते हैं । इसलिए जीवन में सुखी रहते हैं।
Also Read : अंक ज्योतिष : कैसे होतें है 2 अंक वाले लोग
संपत्ति एवं कारोबार:- अंक ज्योतिष के अनुसार मूलांक तीन का स्वामी गुरु होने से इनके पास चर और स्थिर दोनों प्रकार की संपत्ति रहती है । यह मेहनत अधिक करते हैं छोटा या बड़ा कार्य नहीं देखते प्रत्येक कार्य को करने की क्षमता रखते हैं इसलिए इनके पास बैंक बैलेंस एवं जमीन जायदाद अधिक होती है । यह स्वतंत्र विचारों के होते हैं इसीलिए पराधीनता स्वीकार नहीं करते । ज्यादातर ये अपना कारोबार करना ही पसंद करते हैं । अगर यह किसी कारण वश नौकरी में प्रवृत्त होते हैं तो बैंक, पुलिस, कमिशन एजेंट अथवा धार्मिक स्थान पर उच्च पदाधिकारी होते हैं । 3 अंक वाले व्यावहारिक होते हैं इसलिए लोगों में अपनी अलग पहचान बना लेते हैं। लोग इनका अनुसरण करते हैं जिससे इनका कारोबार अच्छी उन्नति प्राप्त करता है और नौकरी में भी है शीघ्र ही पदोन्नति प्राप्त होती हैं । इनमें आलस्य कम होती है अपना कार्य मन लगाकर करते हैं । इस कारण यह अच्छे व्यापारी कहे जाते हैं । यह भूमि का क्रय विक्रय करने में भी अधिक रुचि रखते हैं । इनके पास अच्छा मकान, अच्छा पैसा एवं अच्छी सुख सुविधा होती हैं। यह अपना जीवन यापन सुख पूर्वक करते हैं।
विवाह और जीवन सुख:- तीन अंक वालों का वैवाहिक जीवन ज्यादा अच्छा नहीं होता क्योंकि यह हर स्थान पर अपना प्रभुत्व चाहते हैं इसलिए जीवनसाथी के साथ वैचारिक मतभेद बना रहता है । कई बार तो एक से अधिक शादियां करवा लेते हैं तब भी इन्हें वैवाहिक जीवन में सुख की प्राप्ति नहीं होती । इसी कारण इन्हें संतान सुख की भी कमी रहती है । अगर संतान हो जाती है तो भी इनके साथ मतभेद बना रहता है । इनके पास सुख साधन अधिक होते हैं फिर भी अक्सर इनका कार्य बिगड़ जाता है । वाहन आदि चलाना इन्हें पसंद है इसलिए यह अपने घर में एक से ज्यादा वाहन रखने पर भी इन्हें सुख की कमी होती है । इनके जीवनसाथी का स्वभाव उग्र होने के कारण प्राय दोनों में झगड़ा रहते हैं । कई बार तो बात तलाक तक पहुंच जाती है । हम संक्षेप में कह सकते हैं कि मूलांक तीन वालों का वैवाहिक जीवन ज्यादा अच्छा नहीं होता । अगर वह माता कात्यायनी की उपासना करते हैं या किसी मंदिर में साफ सफाई के कामों मैं सहयोग देतें हैं तो आने वाला समय इनके लिए लाभकारी सिद्ध होता है।